रायपुर, 11 फरवरी (उदयपुर किरण). दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश के बाद छत्तीसगढ़ में अंतागढ़ टेपकांड की जांच में और अधिक तेजी आ गई है. इस संबंध में एक जांच टीम ने रविवार को अंतागढ़ का भी दौरा किया, जहां मंतूराम से पुलिस ने कई घंटे तक फिर पूछताछ की है. मामले से जुड़े एक सूत्र के अनुसार, राज्य सरकार के हाईकमान ने इस मामले में और अधिक तेजी लाने का आदेश दिया है ताकि लोकसभा चुनाव में इसका भरपूर फायदा उठाया जा सके. सूत्र के मुताबिक छत्तीसगढ़ कांग्रेस हाईकमान को यह निर्देश दिल्ली कांग्रेस के आलाकमान से मिली है.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी राज्यों के मुखिया को भाजपा के खिलाफ आक्रामक रवैया अपनाने पर जोर देने का निर्देश दिया है. इस बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए. राहुल के इस निर्देश के बाद ही रविवार को अंतागढ़ टेपकांड की जांच कर रही एसआईटी की टीम हरकत में आई और आनन-फानन में मंतूराम से पूछताछ करने के साथ ही कई और भी साक्ष्यों की तलाश में अंतागढ़ पहुंच गई.
हालांकि मंतूराम पहले ही आरोप लगा चुके हैं कि लोकसभा चुनावों में फायदा लेने और उन्हें परेशान करने के लिए कांग्रेस की राज्य सरकार जानबूझ कर यह कार्रवाई कर रही है. मामले के संबंध में पूछे जाने पर रायपुर की एसपी नीथू कमल ने कहा कि शनिवार को कांग्रेस नेताओं में गिरीश देवांगन, महेन्द्र छाबड़ा से भी टीम ने पूछताछ की है. सूत्र के मुताबिक इस मामले में कभी भी पुनीत गुप्ता और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मुखिया अजीत जोगी से पूछताछ कर सकती है. इन लोगों पर गिरफ्तारी की भी तलवार लटक रही है. गिरफ्तारी से बचने के लिए पुनीत गुप्ता ने पहले ही हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर कर दी है जिसकी सुनवाई सोमवार को होनी है. उल्लेखनीय है कि इस मामले में मंतूराम पवार, फिरोज सिद्दीकी और अमीन मेमन से एसआईटी पहले ही पूछताछ कर चुकी है. अब इस मामले में आक्रामक रवैया अपनाते हुए छत्तीसगढ़ सरकार बड़े लोगों पर दबिश बना सकती है.
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