
जयपुर, 27 नवंबर (Crimes Of India) । एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स राजस्थान (एजीटीएफ)की टीम ने कार्रवाई करते हुए लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े एक सक्रिय सदस्य और हार्डकोर बदमाश प्रदीप गुर्जर को Arrested कर लिया। आरोपी प्रदीप निवासी रावतों की ढाणी वार्ड नंबर 15 कोटपूतली का रहने वाला है। उसे गुड़गांव की एक पॉश सोसायटी से Arrested किया गया।
अतिरिक्त Police महानिदेशक एजीटीएफ दिनेश एमएन ने बताया कि हार्डकोर बदमाश प्रदीप गुर्जर कुख्यात 6161 गैंग का सरगना है। यह गैंग मुख्य रूप से हाईवे पर स्थित होटल संचालकों को निशाना बनाकर उनसे जबरन रंगदारी वसूलने के लिए कुख्यात है। एजीटीएफ की यह कार्रवाई राज्य में संगठित अपराध और लॉरेंस बिश्नोई नेटवर्क के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है।
इस गैंग का इतिहास भीलवाड़ा में हरी तंवर से शुरू हुआ था, जिसकी कमान बाद में विनोद मांडली और फिर उसकी Murder के बाद प्रदीप रावत ने संभाल ली थी। प्रदीप गुर्जर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी सचिन थापन के लिए एक सक्रिय कड़ी के रूप में काम कर रहा था। वह कोटपूतली, बहरोड, बानसूर, भीलवाड़ा और गुड़गांवा के युवकों को संगठित कर रहा था।
दहशत का तरीका, Firing और रंगदारी
इस गैंग का मुख्य कार्य हाईवे पर स्थित होटलों पर अंधाधुंध फ़ायरिंग कर दहशत फैलाना। इसके बाद ये व्यापारी को धमकी भरी पर्ची भेजकर रंगदारी और फिरौती की मांग करते थे। प्रदीप पर रंगदारी, बैंक लूट, डकैती, Murder और Murder के प्रयास जैसे तीन दर्जन से अधिक संगीन अपराधों के मुकदमे दर्ज हैं। सात आपराधिक मुकदमों में फरार चलने के कारण एसपी कोटपुतली द्वारा उसकी Arrested ी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
एजीटीएफ का सटीक ऑपरेशन
एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में और अतिरिक्त Police अधीक्षक सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन में एक विशेष टीम को इस हार्डकोर बदमाश को पकड़ने का जिम्मा सौंपा गया। जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर राम सिंह द्वारा किया गया। टीम ने मुखबिरों को एक्टिव किया। जिसके बाद हेड कांस्टेबल सुधीर कुमार को उसके गुड़गांवा में होने की पुख्ता जानकारी मिली।
यह एक चुनौतीपूर्ण मिशन था, जहाँ टीम ने करीब 150 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और रेकी की। आरोपी गुड़गांव के खेड़कीदोला थाना क्षेत्र की एक विशाल और लग्जरी सोसायटी एम आर पाम हिल के एक फ्लैट में छिपा हुआ था।
गार्ड बनकर रखी निगरानी
टीम ने सोसायटी के नाकों पर सदस्य तैनात किए और गार्ड बनकर हेड कांस्टेबल सुधीर ने अंदर पल-पल की जानकारी हासिल की। एजीटीएफ के लिए यह भूसे के ढेर में से सुई ढूंढने जैसा कठिन कार्य था। सटीक स्थिति का पता चलते ही टीम ने फ्लैट पर छापा मारा और गैंगस्टर प्रदीप रावत को घेर कर दबोच लिया। गुड़गांवा से Arrested कर आरोपी को एजीटीएफ टीम कोटपूतली लेकर आई है और उसे थाना Police को सौंप दिया गया है। Police द्वारा उससे गहनता से पूछताछ की जा रही है, जिससे कई अन्य मामलों के खुलासे की पूरी संभावना है।
अतिरिक्त Police अधीक्षक सिद्धांत शर्मा और इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में गार्ड बनकर सूचना एकत्रित करने वाले हेड कांस्टेबल सुधीर कुमार की जहां विशेष भूमिका रही, वहीं हेड कांस्टेबल महेश सोमरा, हेमंत शर्मा, कांस्टेबल, जितेन्द्र कुमार और कांस्टेबल चालक दिनेश शर्मा का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। टीम में एसआई बनवारी लाल शर्मा, प्रताप सिंह, हेड कांस्टेबल महावीर सिंह, कांस्टेबल देवेंद्र सिंह, गोपाल धाबाई, विजय सिंह, और गंगाराम भी शामिल थे।
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(Crimes Of India)

