मेडिकल कॉलेज बवाल मामला: डॉक्टर और कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों पर मुकदमा दर्ज

मेडिकल कॉलेज की फाइल फोटो

बांदा, 4 नवंबर (Crimes Of India) । Uttar Pradesh के जनपद बांदा में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में शनिवार रात इलाज कराने पहुंचे बांदा कृषि विश्वविद्यालय के दो छात्रों के साथ हुई मारपीट के मामले में डाॅक्टर और हाॅस्टल के 50 से अधिक छात्रों पर हमला करने का आरोप लगा है। वहीं डाॅक्टर की ओर से भी कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने और मारपीट का आराेप लगाया गया है। दाेनाें पक्षाें की ओर से काेतवाली थाना काे दी गई तहरीर के आधार पर Police ने Trial दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, बांदा कृषि विश्वविद्यालय के छात्र नितिन कुमार पुत्र शैलेश कुमार अपने साथियों विधुभूषण सिंह पुत्र शत्रुघ्न सिंह और दीपक कुमार पुत्र बलबीर सिंह के साथ शनिवार शाम करीब 6 बजे उपचार के लिए रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे। नितिन ने बताया कि सीढ़ियों से पैर फिसलने के कारण उसके टखने में तेज दर्द और सूजन थी। एक्स-रे कराने के बाद जब वह इलाज के लिए इमरजेंसी वार्ड पहुंचा, तो ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर अमन यादव ने इलाज से इनकार करते हुए उससे अभद्रता की।

छात्रों का आरोप है कि डॉक्टर अमन यादव नशे की हालत में थे और उन्होंने फोन कर अपने साथियों को बुला लिया। थोड़ी देर बाद लगभग 40 से 50 छात्र, जिनमें अनूप, आलोक और आकाश नामक छात्र भी शामिल थे, इमरजेंसी वार्ड में आ धमके और कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ कमरे की लाइट बंद करके गाली-गलौज व बेरहमी से मारपीट की गई। मेरे सिर पर गंभीर चोट लगी और मैं बेहोश हो गया। विधुभूषण के सिर में अंदरूनी चोट आई और शरीर पर कई जगह घाव हो गए। पीड़ितों का आरोप है कि उनके इलाज के पर्चे छीन लिए गए और धमकी दी गई कि “भाग जाओ, वरना जान से मार देंगे।” सिर से खून बहने के बावजूद सीटी स्कैन रिपोर्ट देने से भी मना कर दिया गया। बाद में मौके पर पहुंचे कांस्टेबल गौरव वर्मा ने दोनों छात्रों को जिला Hospital भेजा, जहां उनका प्राथमिक उपचार और सीटी स्कैन हुआ। दोनों छात्रों ने Police को दी तहरीर में कहा है कि वे इस घटना से मानसिक और शारीरिक रूप से बेहद आहत हैं और आरोपिताें के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

दूसरी ओर डॉक्टर अमन यादव पुत्र भगवानदास यादव (वाराणसी) ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि 1 नवंबर की रात करीब 9 बजे जब वे इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर थे, तभी कृषि विश्वविद्यालय के छात्र नितिन, विधुभूषण और एक अन्य साथी इलाज कराने पहुंचे। डॉक्टर के मुताबिक, जब वे अन्य मरीजों का इलाज कर रहे थे, तो छात्रों ने पहले इलाज की जिद की। मना करने पर उन्होंने गाली-गलौज और महिला डॉक्टरों से अभद्रता की। विरोध करने पर छात्रों ने रजिस्टर फाड़ दिए, उपकरण तोड़ दिए और स्टाफ से मारपीट कर दी।

सहायक Police अधीक्षक मेविस टॉक ने बताया कि डाॅक्टराें और कृषि विश्वविद्यालय के छात्राें के बीच एक विवाद का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में कोतवाली Police काे दोनों पक्षों ने तहरीर दी है। दाेनाें पक्षाें की शिकायतों और वीडियो फुटेज की जांच Police कर रही है। साक्ष्यों के आधार पर जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। उधर, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कौशल ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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(Crimes Of India) / अनिल सिंह

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