
जयपुर, 26 नवंबर (Crimes Of India) । केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जयपुर में कार्रवाई करते हुए आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आईटीएटी) की न्यायिक सदस्य, एक वरिष्ठ वकील को Arrested किया है। अधिकरण में अपील करने वाले शख्स को भी सीबीआई ने Arrested कर लिया है। यह कार्रवाई उस आपराधिक नेटवर्क पर की गई है। जो कथित तौर पर लंबित टैक्स अपीलों को घूस लेकर सेट कर रहा था।
सीबीआई के सूत्रों के अनुसार इस पूरे मामले में एक एडवोकेट राजेंद्र सिसोदिया,आईटीएटी की न्यायिक सदस्य डॉ. एस. सीता लक्ष्मी, एक सहायक रजिस्ट्रार और अन्य अज्ञात सरकारी व निजी व्यक्तियों के शामिल होने का खुलासा हुआ है। यह पूरा गिरोह अपीलकर्ताओं के पक्ष में फैसले दिलवाने के लिए रिश्वत ले रहा था।
सीबीआई ने 25 नवंबर 2025 को इस संगठित अपराध सिंडिकेट के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके साथ ही आईटीएटी के एक एडवोकेट राजेंद्र सिसोदिया को 5.50 लाख रुपये की रिश्वत राशि के साथ Arrested किया गया। यह रिश्वत कथित तौर पर अपीलकर्ता ने हवाला नेटवर्क के माध्यम से दी थी। इसी कड़ी में ऑपरेशन के अगले ही दिन बुधवार को आईटीएटी जयपुर की न्यायिक सदस्य डॉ. एस. सीता लक्ष्मी को भी Arrested कर लिया गया। उनकी सरकारी कार से 30 लाख रुपये की संदिग्ध नकदी बरामद हुई। रिश्वत देने वाले अपीलकर्ता मुजम्मल को भी बुधवार को ही Arrested कर लिया गया है।
सीबीआई ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए जयपुर, कोटा व अन्य शहरों में आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी भी की। जिसमें एक करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की गई। इसके साथ ही संदिग्ध ट्रांजेक्शन, संपत्ति के दस्तावेज और अन्य संदिग्ध दस्तावेज भी सीबीआई के हाथ लगे हैं। जो इस खेल में संगठित सिंडिकेट की तरफ इशारा कर रहे हैं। आरोपितों को कोर्ट में पेश कर सीबीआई ने तीन दिन के रिमांड पर लिया है। जांच एजेंसी ने दावा किया है कि इस गिरोह में उच्च पदस्थ सरकारी कर्मचारी शामिल थे। जो न्यायिक प्रक्रिया को पैसे के दम पर रौंदने का प्रयास कर रहे थे। इस मामले में सीबीआई की जांच और अग्रिम अनुसंधान जारी है।
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(Crimes Of India)

