
जयपुर, 11 नवंबर (Crimes Of India) । राजस्थान Police की Cyber Crime शाखा ने आमजन को एक गंभीर साइबर धोखाधड़ी के प्रति आमजन को सचेत किया है। Police महानिदेशक राजस्थान राजीव कुमार शर्मा के निर्देशानुसार साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से जारी इस एडवाइजरी में बताया गया है कि हाल ही में Criminal एक नया तरीका अपना रहे हैं। वे आम नागरिकों को कॉल कर स्वयं को वरिष्ठ Police अधिकारी बताते हैं और उन्हें धमकाते हैं कि उनका मोबाइल नंबर या आधार नंबर दिल्ली में हाल ही में हुई कार ब्लास्ट जैसी गंभीर आपराधिक घटना से जुड़ा हुआ है।
Police उपमहानिरीक्षक Cyber Crime विकास शर्मा ने बताया कि साइबर Criminal पीड़ित को डराकर अपने सीनियर अधिकारी से बात कराने की बात कहते हैं और उन्हें मानसिक रूप से दबाव में ले आते हैं। दबाव बनाने के बाद वे आमजन से उनकी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक,यूपीआई विवरण मांगते हैं या उन्हें वीडियो कॉल पर वेरिफिकेशन के बहाने धमकाकर धनराशि की मांग करते हैं। यह तरीका लोगों में डर पैदा करके उन्हें त्वरित कार्रवाई के लिए मजबूर करता है, जिससे वे अपनी गोपनीय जानकारी साझा कर देते हैं।
डीआईजी शर्मा ने बताया कि राजस्थान Police आमजन को दृढ़ता से सलाह देती है कि इस प्रकार की कोई भी कॉल आने पर बिल्कुल न घबराएं। Police के नाम पर धमकाने वाले किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपनी व्यक्तिगत, बैंक, आधार, या अन्य संवेदनशील दस्तावेज़ों से संबंधित जानकारी साझा न करें। इसके अलावा किसी भी संदिग्ध लिंक, एसएमएस/व्हाट्सएप संदेश पर क्लिक करने से बचें।
ऐसी कोई भी संदिग्ध कॉल आने पर तुरंत अपने नजदीकी Police स्टेशन, डायल 112 अथवा साइबर हेल्प डेस्क पर संपर्क करें। उन्होंने बताया कि अगर आप किसी भी प्रकार की ठगी का शिकार हो जाते हैं तो तत्काल घटना की सूचना निकटतम Police स्टेशन / साइबर Police स्टेशन को दें। इसके अलावा धोखाधड़ी की सूचना अपने बैंक को तुरंत दें ताकि किसी भी संदिग्ध ट्रांसेक्शन को समय रहते रोका जा सके।
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(Crimes Of India)

