
नोएडा, 26 नवंबर (Crimes Of India) । मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर Police लंबे समय से अभियान चला रही है। बीते तीन सालों में नशे के तस्करों से एक अरब 46 करोड़ से ज्यादा कीमत का 6865.793 किग्रा मादक पदार्थ बरामद किया है। इंटरनेट और लोकल इंटेलिजेंस की सूचना पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर एक जनवरी 2023 से 25 नवंबर 2025 तक 1545 मुकदमे दर्ज कर तस्करों की लामबंदी की गई। मजबूत पैरवी और साक्ष्यों के आधार पर 1748 तस्करों को Arrested कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है।
एडिशनल डीसीपी नारकोटिक्स शैव्या गोयल ने बताया कि नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसने के लिए हर जोन में विशेष टीमें बनाई गईं। उन्होंने बताया कि इसकी निगरानी जोन के डीसीपी की ओर से की जाती है। बीते तीन सालों में गठित टीमों ने चरस, स्मैक-हेरोइन, नशीली गोलियां, एमडीएमए, नशीला पाउडर, अल्प्राजोलम पाउडर समेत अन्य मादक पदार्थ बरामद किया। तस्करों के पास से बरामद मादक पदार्थों की अनुमानित कीमत एक अरब 46 करोड़ 70 लाख रूपये है। 2023 में तस्करों पर प्रभावी कार्रवाई कर 585 मुकदमे में 667 आरोपियों को नामजद किए। 660 तस्कर Arrested हुए जबकि 14 तस्करों पर वारंट, कुर्की व अन्य कठोर वैधानिक कार्रवाई की। इस अवधि में दो तस्करों की संपत्ति जब्त की गई। टीम ने 93.50 करोड़ रूपये का मादक पदार्थ बरामद किया। 2024 में 502 मुकदमों में 571 तस्कर Arrested किए गए। सात के खिलाफ वारंट, कुर्की की कार्रवाई हुई। इनमें 80 की हिस्ट्रीशीट खोलकर रासुका, पीआईटी-एनडीपीएस अधिनियम व गैंगस्टर अधिनियम की कार्रवाई की गई। टीम ने 40.70 करोड़ रुपये का मादक पदार्थ बरामद किया। वहीं, 2025 में तस्करी करने पर 458 केस पंजीकृत हुए, जिनमें शत-प्रतिशत 517 आरोपी Arrested करने में सफलता मिली। अभी तक टीम 12.50 करोड़ रुपये का मादक पदार्थ बरामद कर चुकी है। इस दौरान मादक पदार्थों की तस्करी के लिए कुख्यात कई गिरोह के नेटवर्क को तोड़ा गया। तस्करी के रूटों की जानकारी एकत्र की गई। संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त Police कर्मियों की तैनाती हुई। साथ ही अन्य जनपदों और राज्यों की Police से जिले की Police ने समन्वय स्थापित किया। सूचनाओं के आदान-प्रदान से मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों पर कार्रवाई करने में आसानी हुई।
तस्करी के इस्तेमाल वाहन भी जब्त मादक पदार्थों की तस्करी में इस्तेमाल होने वाले 30 से अधिक दो और चार पहिया वाहन Police ने बीते तीन सालों में जब्त किए। इन्हीं वाहनों का इस्तेमाल तस्करी में किया जाता था। तस्करों की Arrested ी के लिए जिले के सभी प्रवेश द्वार पर अतिरिक्त Police कर्मियों की तैनाती की गई है। संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों को चेकिंग के बाद ही आगे जाने दिया जा रहा है। आंध्र प्रदेश और उड़ीसा से आने वाली गांजे की खेप पर भी इस अवधि में अंकुश लगा। जिले में सबसे ज्यादा मादक पदार्थों की बरामदगी इस साल सेंट्रल नोएडा जोन की Police ने की है।
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हिन्दुस्थान/सुरेश
(Crimes Of India) / सुरेश चौधरी

