महोबा, 4 दिसंबर (Crimes Of India) । Uttar Pradesh के महोबा जनपद में श्रीनगर थाना में पूछताछ के लिए बुलाई गई वृद्धा की मौत के मामले में एसपी ने सख्त एक्शन लेते हुए दरोगा को निलंबित कर दिया है। मामले में शामिल अन्य Police कर्मियों की जांच के आदेश दिए हैं। इसी मामले में घर से भागे तीनों आरोपियों को Police ने Arrested कर लिया है। एसपी ने सीओ को मामले की जांच सौंपी है। परिजनों ने दरोगा पर तहरीर मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई न करने और पीड़ित पर ही उल्टा दबाव बनाने के आरोप लगा धमकाने का आरोप लगाया था।
जनपद के ननौरा गांव निवासी देशराज की 18 वर्षीय बेटी के साथ 28 नवंबर को परिवार के ही कुछ लोगों के द्वारा मारपीट की गई थी। पीड़ित ने मामले की शिकायत थाना श्रीनगर में की थी लेकिन Police ने हीलाहवाली करते हुए प्राथमिकी दर्ज नहीं की। घटना के दो दिन बाद एक दिसंबर को दोनोंं पक्षों को थाने बुलाया गया। एक पक्ष से देशराज की मां चिंजी कुशवाहा, पत्नी उमा और बेटी गए थे।
मृतका की बहू उमा का आरोप है कि थाने में दरोगा ने कहा कि तुम्हारा मामला झूठा है। किसी की झूठी शिकायत न करो। मैंने गांव जाकर सच्चाई का पता लगा लिया है। दरोगा ने सास व उसकी बेटी को धमकाते हुए अभद्रता की जिससे उसकी सास की जान चली गई। साथ ही Police की मौजूदगी में ही दूसरे पक्ष के लोगों पर भी धमकाने का आरोप लगाया गया था।
मामले को गंभीरता से लेते हुए Police अधीक्षक प्रबल प्रताप सिंह ने थाने के उपनिरीक्षक रमेशचंद्र को निलंबित कर दिया है। तीनों आरोपितों बेटू कुशवाहा, उसके बेटे अतुल व पत्नी कलावती को Arrested कर लिया है। एसपी के अनुसार प्रथम दृष्टया दोषी मिलने पर एसआई को निलंबित किया गया है। अन्य Police कर्मचारियों की भी जांच कराई जा रही है। मामले की जांच सीओ चरखारी दीपक दुबे को सौंपी गई है।
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(Crimes Of India) / उपेन्द्र द्विवेदी

