
सिरोही, 8 नवंबर (Crimes Of India) । जिले के दांतराई क्षेत्र में Police ने नशे के कारोबार का बड़ा नेटवर्क ध्वस्त किया है। कृषि कुएं पर संदिग्ध सामग्री मिलने के बाद हुई जांच में पता चला कि वहां एमडी (मादक पदार्थ) ड्रग्स तैयार की जा रही थी। सिरोही Police ने इस गुप्त लैब से करोड़ों रुपये की केमिकल सामग्री, उपकरण और लैब जब्त की है।
Police अधीक्षक प्यारेलाल शिवरान ने बताया कि जब्त की गई सामग्री की जांच एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) जोधपुर और गुजरात की सेंटर फॉर एक्सीलेंस टीम ने की है। जांच में पुष्टि हुई कि यहां से बरामद सभी केमिकल्स और उपकरण एमडी ड्रग्स के निर्माण में इस्तेमाल होते हैं। मुखबिर से मिली सूचना पर रेवदर Police टीम ने चार नवंबर को दांतराई क्षेत्र में जोधाराम पुत्र कंवला पुरोहित निवासी आमपुरा रानीवाड़ा कल्ला (जालोर) के खेत पर बने मकान में दबिश दी।
तलाशी में 35 जरीकेन और आठ बड़े ड्रम केमिकल से भरे, साथ ही केतलियां, बोतलें, पाउडर से भरे कट्टे, हीटिंग मशीन, थर्मामीटर, राउंड बॉटम फ्लास्क, सेपरेटिक फनल, नोजल ट्यूब जैसे वैज्ञानिक उपकरण बरामद किए गए। बरामद सामग्री की जांच के लिए पांच नवंबर को एनसीबी जोधपुर और छह नवंबर को गांधीनगर (गुजरात) से सेंटर फॉर एक्सीलेंस एनडीपीएस टीम मौके पर पहुंची। दोनों एजेंसियों ने मिलकर पुष्टि की कि यह पूरी लैब एमडी ड्रग निर्माण के लिए तैयार की गई थी।
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह जगह जोधाराम ने भावेश उर्फ भूराराम पुत्र डालूराम जाट निवासी पायला खुर्द सिणधरी (जिला बालोतरा) हाल रानीवाड़ा को किराए पर दी थी। आरोपित यहां एमडी ड्रग्स बनाने की तैयारी कर रहा था।
Police की त्वरित कार्रवाई और मुखबिर तंत्र की सक्रियता से यह बड़ा नशे का नेटवर्क शुरू होने से पहले ही ध्वस्त कर दिया गया। प्रकरण में मुख्य आरोपी भावेश उर्फ भूराराम को नामजद किया गया है। एनसीबी जोधपुर की टीम मामले में आगे की जांच कर रही है।
एसपी शिवरान ने बताया कि यह कार्रवाई जोधपुर रेंज में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई बड़ी सफलता है।
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(Crimes Of India) / रोहित

