
गौतम बुद्ध नगर, 18 अक्टूबर (Crimes Of India News) । भ्रष्टाचार निवारण संगठन मेरठ की टीम ने जनपद गौतम बुद्ध नगर में तैनात एक लेखपाल को और उसके एक सहयोगी को एसडीएम दादरी के आवास के बाहर से 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों Arrested किया है। दोनों के खिलाफ थाना सूरजपुर में Trial दर्ज हुआ है। आज दोनों को एंटी करप्शन न्यायालय मेरठ में पेश किया जा रहा है।
एंटी करप्शन मेरठ के प्रभारी निरीक्षक मयंक अरोड़ा ने बताया कि 15 अक्टूबर को महेश चंद शर्मा पुत्र हर्ष स्वरुप शर्मा निवासी गांव धूम मानिकपुर ने एंटी करप्शन मेरठ में शिकायत की की उसकी जमीन की पैमाइश करने और उसके पक्ष में रिपोर्ट लगाने के नाम पर लेखपाल दर्शन कुमार एक लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा है। पीड़ित के अनुसार वह रिश्वत देना नहीं चाह रहा है। उन्होंने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर एक टीम बनाकर जांच की गई। जांच के दौरान पाया गया कि लेखपाल की आम छवि ठीक नहीं है, तथा वह बिना रिश्वत लिए किसी का काम नहीं करता है। उन्होंने बताया कि टीम की रिपोर्ट पर एक विशेष टीम बनाकर लेखपाल को ट्रैप करने की योजना बनाई गई। उन्होंने बताया कि लखनऊ मुख्यालय से आदेश प्राप्त करने के बाद 17 अक्टूबर को टीम ने जनपद गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी से मुलाकात की ,तथा पूरे प्रकरण की जानकारी दी।
जिला अधिकारी ने दो स्वतंत्र गवाहों को उपलब्ध करवाया। उन्होंने बताया कि 17 अक्टूबर की रात को पीड़ित के साथ टीम के लोग लेखपाल को ट्रैप करने के लिए पहुंचे। पीड़ित ने लेखपाल को फोन किया तो उसने कहा कि वह दादरी एसडीएम के आवास पर है। वहां पर पीड़ित रिश्वत के पैसे लेकर पहुंचा। जिसमें पहले से टीम ने स्वतंत्र साक्षी गणों के सामने नोटों पर फिनाफ्थलीन के पाउडर लगाकर ट्रीट कराया गया था। उन्होंने बताया कि आरोपी लेखपाल पीड़ित के फोन करने पर एसडीएम के घर से बाहर आया तथा उसने पीड़ित से कहा कि आज मैं बहुत व्यस्त हूं। दीपावली की गिफ्ट बांटने के लिए एसडीएम साहब के साथ जाना है। तुम जल्दी करो तथा रिश्वत के पैसे मेरे सहयोगी को दे दो और दस्तावेज मुझे दे दो।
जब पीड़ित लेखपाल को पैसे देने लगा तो उसने कहा कि मैं अपने सहयोगी मोहसिन खान पुत्र जमील को बुला रहा हूं। आप पैसे उसे दे दो तथा दस्तावेज हमें दे दो। उन्होंने बताया कि जब पीड़ित ने मोहसिन को पैसे और लेखपाल दर्शन कुमार को दस्तावेज दिया उसी समय एंटी करप्शन की टीम ने उसे पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि इनके पास से रिश्वत के रूप मे ली गई नगदी आदि बरामद हुई है। उन्होंने बताया कि लेखपाल की कार कि जब तलाशी ली गई तो उसमें से चार लाख 71 हजार रुपए नगद और अन्य दस्तावेज आदि प्राप्त हुए हैं। बताया जाता कि मोहसिन खान लेखपाल के लिए प्राइवेट एजेंट के रूप में काम करता है। इनके पास उनके मोबाइल फोन आदि बरामद हुआ है, जिसकी एंटी करप्शन की टीम गहनता से जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि लेखपाल की Arrested ी की जानकारी एसडीएम दादरी अनुज नेहरा और तहसीलदार डॉक्टर अजय कुमार को दी गई। सरकारी कर्मचारी और उसके सहयोगी के रिश्वत लेने की सूचना पर जनता के व्यक्ति व कर्मचारी एकत्रित होंगे गए। वे लोग शोर सराबा कर रहे थे। उन्होंने बताया की एंट्री करप्शन की टीम लेखपाल को दादरी से लेकर थाना सूरजपुर आई तथा वहां पर उसके खिलाफ Trial दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि आज दोनो आरोपियों को भ्रष्टाचार निवारण न्यायालय मेरठ में पेश किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 12 के तहत Trial दर्ज किया गया है।
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(Crimes Of India) / सुरेश चौधरी

