
जोधपुर, 26 नवम्बर (Crimes Of India) । जोधपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से सेवानिवृत हुए सहायक अधिकारी को धन दुगुना करने के नाम पर शातिरों ने झांसे में लेक र 9.41 लाख की ठगी कर ली। Cyber Fraud का अहसास होने पर रिटायर्ड अधिकारी ने शिकायत दी तब 1.99 लाख होल्ड करवाए गए, मगर शेष रकम डूब गई। उन्होंने अब महामंदिर थाने में धोखाधड़ी मेें रिपोर्ट दी है।
सी-107 पावटा स्थित धर्मनारायण का हत्था में रहने वाले नवीनचंद्र कौशिक पुत्र ज्योति प्रसाद कौशिक की तरफ से यह रिपोर्ट दी गई है। इन्होंने रिपोर्ट में बताया कि वे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला सेशन न्यायालय) से सहायक अधिकारी के रूप में 30 अगस्त 25 को सेवानिवृत हुए थे। सरकारी नौकरी में रहते उनके परिलाभ जीपीएफ की राशि 11 लाख रूपए 16 अक्टूबर 25 को खाते में जमा हुई थी। उसी दिन मोलिक नाम के एक शख्स का कॉल आया कि वह गुजरात की कंपनी में मैनेजर पद पर कार्यरत है और उसकी कंपनी में निवेश के लिए कहा। उसने कहा कि धन निवेश पर एक माह में धन दोगुना कर दिया जाएगा। इस पर नवीनचंद्र ने उसकी बातों का विश्वास नहीं किया। मगर कुछ रोज बाद में उनके पास में प्रदीपसिंह नाम के शख्स का कॉल आया और कहा कि उसने मोलिक के स्थान पर मैनेजर का पद संभाला है और वह धन दुगुना करने की बात कहने लगा।
उसकी बातों में आए सेवानिवृत नवीनचंद्र ने 16 अक्टूबर 25 को उसके बताए खाते में 75 हजार रूपए निवेश किए, फिर 17 अक्टूबर को 2.50 लाख जमा कराए गए। यह रूपए भदोई की आइडीएफसी शाखा में जमा कराए गए। बाद में उसने अपने एकाउंटेंट रतनेश गुप्ता के नंबर भी दिए जिस पर अनिता शाह नाम की महिला के खाते में 3.66 लाख रूपए जमा कराए गए।
पीडि़त नवीनचंद्र कौशिक ने बताया कि बाद 18 अक्टूबर को जब प्रदीप सिंह को कॉल किया तो उसने फोन नहीं उठाया, फिर उसने कॉल उठाना ही बंद कर दिया। इस पर रिटायर्ड नवीनचंद्र को ठगी का अहसास होने पर उन्होंने Police लाइन पहुंच कर Cyber Fraud की शिकायत दी। इस पर Police ने 1 लाख 99 हजार 818 रूपए होल्ड करवाए, मगर शेष रकम आज तक नहीं मिली। अब उनकी तरफ से महामंदिर थाने में रिपोर्ट दी गई है।
(Crimes Of India) / सतीश

