
शिमला, 6 दिसंबर (Crimes Of India) । हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में Cyber Fraud का ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें न तो पीड़ित के फोन पर कोई ओटीपी आया, न किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक किया गया और न किसी कॉल पर बात हुई। लेकिन इसके बावजूद उनके बैंक खाते से 16 लाख रुपये निकाल लिए गए।
ठगी का पता तब चला जब पीड़ित नकदी निकालने बैंक पहुंचा और खाते में उपलब्ध राशि बेहद कम मिली। चार दिनों के भीतर खाते से इतनी बड़ी रकम साफ हो जाने के बाद पीड़ित ने थाना सदर शिमला में लिखित शिकायत दी है। इसके आधार पर Police ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता शिमला जिला के सुन्नी क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव के निवासी और रिटायर्ड कर्मचारी हैं।
पीड़ित के मुताबिक 14 अक्तूबर को वह नकदी निकालने के लिए एसबीआई अनाज मंडी शिमला शाखा पहुंचे थे। चेक के माध्यम से 2 लाख रुपये निकालने के बाद जब उन्होंने खाते में शेष राशि की जानकारी ली, तो उन्हें पता चला कि उनके खाते में मात्र 4 लाख 34 हजार रुपये बचे हैं। उन्हें यह राशि देखकर हैरानी हुई क्योंकि खाते में इससे कहीं अधिक रकम होनी चाहिए थी। बैंक अधिकारियों से स्टेटमेंट निकलवाने पर ज्ञात हुआ कि 11 अक्टूबर से 14 अक्टूबर के बीच अलग–अलग ट्रांजैक्शनों में कुल 16 लाख रुपये खाते से निकाले जा चुके हैं।
पीड़ित के अनुसार पूरे चार दिनों में न तो उनके फोन पर कोई ओटीपी आया, न उन्होंने किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक किया और न ही किसी संदिग्ध व्यक्ति का कॉल अटेंड किया। उन्होंने कहा कि यह समझ से बाहर है कि बिना किसी ओटीपी या अनुमति के उनके खाते से इतनी बड़ी रकम कैसे निकाली जा सकती है। अपने बैंक खाते से धनराशि निकलने की जानकारी उन्हें बैंक जाकर ही मिली। थाना सदर शिमला में यह केस धारा 318(4) बीएनएस के अंतर्गत दर्ज किया गया है।
शिमला Police के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि शिकायत और बैंक ट्रांजैक्शन विवरण के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक स्तर पर Police यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि खाते से धनराशि किस विधि और किस माध्यम से निकाली गई।
—————
(Crimes Of India) / उज्जवल शर्मा

